मध्यप्रदेश के ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 19 कांग्रेस विधायकों के हस्त लिखित इ्रस्तीफे बीजेपी के नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति को सौंपे। बीजेपी विधायक एवं पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह बेंगलूरू से ये हस्तलिखित इस्तीफे लेकर यहां आये थे। उनके साथ नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, डॉ. नरोत्तम मिश्र, डॉ. सीताशरण शर्मा, अजय विश्नोई, विश्वास सांरग, संजय पाठक सहित अनेक विधायक मौजूद रहे।
इस्तीफे सौंपने के बाद भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि अभी कुछ ओर विधायक इस्तीफा देंगे। इनको मिलाकर कांग्रेस के विधायकों की संख्या 30 होने की उम्मीद हैं। उन्होंने कहा कि बीएसपी और सपा के विधायक भी संपर्क में हैं। उन्होंने जिन विधायकों का इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा, उनमें में 6 मंत्री भी शामिल हैं। इस्तीफा देने वाले विधायकों में गोविंद सिंह राजपूत, तुसली सिलावट, हरदीप सिंह डंग, तेजपाल सिंग जज्जी, ओपीएस भदौरिया, मुन्ना लाल गोयल, प्रदुम्म सिंह तोमर, विजेंद्र सिंह यादव, सुरेश धाकड़ , महेंद्र सिंह सिसोदिया, मंत्री प्रभु राम चौधरी, गिरिराज डंडौडिया, संतराम सरौनिया, रणवीर जाटव, जसंवत जाटव शामिल हैं। यहां यह भी बता दें कि बिसाहूलाल सिंह, एंदल सिंह कंसाना एवं मनोज चौधरी शामिल भी इस्तीफा दे चुके हैं। इस तरह अब तक 22 विधायकों के इस्तीफे हो चुके हैं।
भूपेंद्र सिंह, नरोत्तम मिश्रा, गोपाल भार्गव आदि ने मप्र विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफे सौंपते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। विधानसभा अध्यक्ष ने मीडिया से कहा कि उन्हें सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे सौंपे हैं। विधि सम्मत निर्णय के बाद इस पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि नियम प्रक्रिया के तहत ही इस्तीफों पर निर्णय होगा। पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि सिंधिया कांग्रेस के सबसे लोकप्रिय चेहरा थे। उनका जिस तरह से अपमान पार्टी ने किया उससे वे निश्चित ही आहत थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता के लिए लोकतंत्र की हत्या की है। सरकार अब अल्पमत में है।
भोपाल में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव और नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस हटेगी तो हम दावा पेश करेंगे। भार्गव और मिश्रा ने विवादास्पद सवालों को दरकिनार करते हुए कहा कि यह विधायकों की नाराजगी का ही नतीजा है। भाजपा विधायक संजय पाठक ने कहा कि पूरा परिदृश्य सामने आ चुका है। मेरे हिसाब से लगता नहीं कि अब कांग्रेस में कुछ बचा है। कुछ और कांग्रेस विधायक भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में है। जो प्रदेश का हित चाहेगा वह हमारे साथ आएगा। 19 इस्तीफों की हार्डकापी लेकर भाजपा नेता विधानसभा अध्यक्ष के घर पहुंच रहे हैं। शाम को भाजपा विधायक दल की बैठक है। पार्टी नेता हालात देखकर राज्यपाल से भी मिलेंगे।
इस्तीफे सौंपे जाने के बाद मीडिया ने जब एनपी प्रजापति से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जो तय मापदण्ड है, उनके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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