मध्यप्रदेश (MP) की राजनीति में उस समय बड़ा उठापटक देखने को मिला जब पिछले 18 सालों से कांग्रेस के साथ रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) ने बीजेपी (BJP) का दामन थाम लिया और कांग्रेस से नाता तोड़ लिया. उसके बाद से अटकलों का बाजार गर्म हो गया. सियासी गलियारों में कमलनाथ (Kamalnatah) की सरकार को लेकर कई तरह की अटकले लगनी शुरु हो गई. कहा जाने लगा कि कमलनाथ की सरकार टुट गई है. वह कभी भी गिर सकती है. इन सब बातों के साथ ही महाराज ने बीजेपी का दामन थाम लिया. जिस समय महाराज मध्यप्रदेश में बीजेपी की सदस्यता ले रहे थे उस समय उनके साथ मंच पर मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष बी डी शर्मा (B D Sharma), विनय सहस्रबुद्धे (Vinay Sahasrabuddhe) और श्याम जाजू (shyam Jaju) भी मंच पर मौजूद थे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी को 9 मार्च को ही अपना इस्तीफा सौंप दिया था. लेकिन पार्टी ने उसे 10 तारीख तक का इंतजार किया. जैसे की सिंदिया के इस्तीफे की बात सामने आई इनके समर्थक विधायकों ने पार्टी छोड़ने की बात सामने आने लगी. पीएम मोदी और अमित शाह के साथ मुलाकात के बाद यह भी तय हुआ की सिंधिया राज्यसभा से केंद्र में मंत्री बनेंगे और सिंधिया के खेमे के विधायक मध्यप्रदेश में उप मुख्यमंत्री.
ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी की सदस्यता दिलाते समय बीजेपी के पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने इस दौरान कहा कि राजमाता सिंधिया जी ने भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी की स्थापना और विस्तार करने में बड़ी भूमिका निभाई थी. आज उनके पौत्र हमारी पार्टी में आए हैं. जेपी नड्डा ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया परिवार के सदस्य हैं, ऐसे में हम उनका स्वागत करते हैं.
इधर सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी में भी नाराजगी की खबरें आ रही हैं. खबर है कि मध्यप्रदेश भाजपा के बड़े नेता प्रभात झा इस फैसले से नाराज हैं और उन्होंने इस बारे में केंद्रीय आलाकमान को भी बता दिया है. आपको बता दें कि प्रभात झा (Prabhat jha) भारतीय जनता पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर हैं, लेकिन पिछले लंबे समय से पार्टी में साइडलाइन चल रहे हैं.
addComments
एक टिप्पणी भेजें