झोलाछाप को तीन दिन के नोटिस के बाद भी एफआईआर नही, नहीं जागी सीबीएमओ मंजुला चौहान की कर्तव्यनिष्ठा

सच्चाई उजागर होने के बाद भी नही हो रही कार्यवाही


चंद्रशेखर नगर:- सच्चाई का बोल बाला झूठे का मुहकाला बोलने वाली चंद्रशेखर आज़ाद नगर की सीबीएमओ मंजुला चौहान ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा पर असली मोहर लगा दी है। ग्राम बरझर में विगत दिनों तहसीलदार यशपाल मुझाल्दा ,नायब तहसीलदार जितेंद्र सोलंकी, डॉ अमित शर्मा के द्वारा 10 वी पास झोलाछाप डॉक्टर निहार विश्वास के क्लिनिक पर मरीजो को एलोपैथिक दवाइयों से उपचार करते पकड़ कर उसकी फर्जी डिग्री व एलोपैथिक दवाइयों की सूची बनाकर जब्ती पंचनामा बना कर उचित कार्यवाही के लिए चंद्रशेखर आज़ाद नगर सीबीएमओ मंजुला चौहान को सोपा गया था। इस पर सीबीएमओ ने स्वयं इन झोलाछाप के खिलाफ एफआईआर की कार्यवाही की बात तहसीलदार को की थी।


 जियान न्यूज ने इन झोलाछाप डॉक्टर पर हुई कार्यवाही को लेकर 18 मई को मोबाइल पर चर्चा की थी । सीबीएमओ ने झोलाछाप निहार विश्वास को तीन दिन का नोटिस जारी कर निहार विश्वास से सर्टिफिकेट मांगे जा कर सर्टिफिकेट की जांच करने की बात कहते हुए नियम भी बताए थे। कि कोर्ट में हमको साबित भी करना होता है नही तो हम पर मान हानि का दावा भी सामने वाला कर सकता है ये कहकर अपना जवाब दिया था।


नियमानुसार 21 मई को चार दिवस बीत जाने के बाद भी झोलाछाप निहार विश्वास के सर्टिफिकेट की जांच होजाना चाहिए थी और सच्चाई सामने आकर झोलाछाप की तारीफ या फर्जी डिग्री के आधार की पुष्टि करना थी ।अगर फर्जी डिग्री है तो झोलाछाप के खिलाफ एफआईआर में देरी क्यों ? कि जा रही है इसका जवाब भी सीबीएमओ मंजुला चौहान द्वारा स्वयं अपने कर्तव्यनिष्ठ नियमो के अनुसार मीडिया व वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत करवाकर सच्चाई को उजागर करना चाहिए।


प्रथम दृष्टि में डॉक्टर व तहसीलदार भी कर चुके थे डिग्री फर्जी होने की पुष्टि


   झोलाछाप निहार विश्वस के क्लिनिक पर निरिकक्षण के दौरान स्वयं निहार विश्वास के द्वारा पंचनामे में दी गई डिग्री व क्लिनिक से इलाज के दौरान जब्त की गई एलोपैथी दवाइयां जब्ती बताई गई थी उसमें स्वयं डॉक्टर व तहसीलदार ने प्रथम दृष्टि में डिग्री को फर्जी बताया गया था।


चंद्रशेखर आजादनगर विकासखण्ड में निहार विश्वास की तरह ऐसे सेकड़ो झोलाछाप अपनी दुकानदारी लगा कर बैठे है और सीबीएमओ भी प्रतिदिन इनकी दुकाओ ओर फील्ड में भी इनके सामने से गुजरती देखी जाती है क्या ये सभी झोलाछाप भी सीबीएमओ के बताए नियमो के अनुसार सही है ?


 


कई बार सीबीएमओ ने स्वयं की थी कार्यवाही नही की डिग्री की जांच


सीबीएमओ ने कई बार चंद्रशेखर आज़ाद नगर व बरझर में झोलाछाप के क्लिनिक पर छापामार कार्यवाही कर उनके क्लीनिकों से जखीरे में एलोपैथी दवाइयां जब्त की थी। मगर इन झोलाछाप के मध्यप्रदेश मेडिकल कांसलिग के रजिस्ट्रेशन की आज तक कोई जांच की पुष्टि नही की। स्वयं बरझर के झोलाछाप निहार विश्वास की यहा लगातार तीसरी बार कार्यवाही होकर वर्तमान में कोर्ट में केस चल रहा है । जो इस बात को दर्शाता है स्वयं सीबीएमओ मंजुला चौहान की मिलीभगत शामिल है ।


 


अखबार की पड़ताल में ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम बरझर में उपस्वाथ्य केंद्र और विकासखण्ड के 54 गांवों के एक मात्र सामुदायिक स्वाथ्य केंद्र में स्वाथ्य सेवाओ के नाम पर जब डॉक्टर ही स्वयं गरीबो को लूटने से नही बच रहे तो हम ग्रामीण की कोन सुनता है। एक अन्य ग्रामीण ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि डिलेवरी करवाने की किट के स्वयं डॉ मेडम 1500 रुपये लेती है और डराती भी है।


 मामले में अखबार ने झोलाछाप निहार विश्वास के खिलाफ स्वाथ्य विभाग द्वारा एफआईआर के संबंध में गुरुवार को चंद्रशेखर आज़ाद नगर थाना प्रभारी कैलाश बारिया से मोबाईल पर जानकारी ली । थाना प्रभारी बारिया ने कोई एफआईआर नही आना बताकर बरझर चौकी प्रभारी से चर्चा के नम्बर दिए इस पर बरझर चौकी प्रभारी भीमसिंह सिसोदिया ने भी झोलाछाप निहार के खिलाफ कोई एफआईआर नही होना बताया।



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