ओकारेश्वर ( ललित दुबे ) नगर परिषद ओकारेश्वर में होने वाली परिषद की बैठक को लेकर पार्षदों द्वारा आक्रोश व्यक्त करते हुए अधिकारियों द्वारा मनमानी किए जाने का आरोप लगाया और कहा परिषद की बैठक कई माह के बाद ली जाती है जिसमें जनप्रतिनिधि पार्षदों द्वारा जिन बिंदुओं पर बैठक रखने की चर्चा की जाती है उससे हटकर प्रस्ताव रखे जाने को लेकर हमेशा वाद विवाद होते हैं इसी को लेकर नगर परिषद ओकारेश्वर मुख्य कार्यपालन अधिकारी को संबोधित करते हुए पार्षद राजेंद्र चौकसे .माया बाई. अजय सिंह मंडवाल. इंदिरा पुरोहित. उमा शर्मा. इंदु सज्जन. मीराबाई. गंगाराम पंचोली चंपा बाई .राकेश ढ़ाकसे बसंता बाई. अरुणा बाई व अन्य पार्षदों ने एक ज्ञापन प्रेषित करते हुए पत्रकारों को जानकारी में बताया कि मध्य प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 355 _356 के अंतर्गत परिषद की बैठक शीघ्र आहूत कर 31 मार्च 2020 से वर्तमान तक नगर परिषद द्वारा समस्त विभागों में खरीदी बिक्री एवं अन्य वर्ग की जानकारी पार्षदों को लिखित में देवें. नगर परिषद द्वारा खरीदी बिक्री निर्माण वेतन बिल भुगतान व अन्य कार्यों पर खर्च जो भी किया है लिखित जानकारी माह में दो बार प्रत्येक 15 दिवस में सभी पार्षदों को उपलब्ध कराई जाए. तथा परिषद में प्रस्ताव रखा जाए नगर परिषद को विभिन्न मदों से प्राप्त होने वाली आय व अनुदान ओं की लिखित जानकारी इसमें सही पार्षदों को उपलब्ध कराए जाने की मांग की तथा जून 2020 से वर्तमान दिनांक तक जितने भी नामांतरण किए गए हैं संपूर्ण जानकारी बगैर कितने नामांतरण हुए हैं लिखित में दी जाए नामांतरण हेतु सक्षम प्राधिकारी परिषद को रखा जाए नामांतरण समिति को इस बाबत प्रस्ताव आगामी परिषद में रखा जाए नगर परिषद द्वारा जो भी निर्माण कार्य कराए जाते हैं निविदा में क्वालिटी फाइट ठेकेदार योग्य जो अनुभव होता है उसको अनुमोदित परिषद की बैठक में करने के बाद दिया जाए ऐसे 7 बिंदुओं की मांग करते हुए कलेक्टर खंडवा एवं संभाग उपसंचालक इंदौर संभाग को पार्षदों ने प्रभारी रहे सीएमओ वर्तमान में मूल पद पर पदस्थ किया जाए सीएमओ की मनमानी का आरोप भी लगाया तथा मुख्यमंत्री सहित सांसद विधायक को पत्र भेजकर नगर परिषद का ढर्रा सुधारने की मांग की
नगर परिषद के अधिकारियों की मनमानी पर ओंकारेश्वर नगर परिषद के पार्षदों ने जताया आक्रोश
addComments
एक टिप्पणी भेजें