श्रद्धालय वृद्धाश्रम में हुआ जलनेति योग प्रयोग

धार /- जलनेति सामान्य सी दिखने वाली असामान्य लाभ वाली क्रिया है। जलनेति 25 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए तो विशेष लाभकारी है। सिरदर्द, अनिंद्रा, नींद में खर्राटे, सर्दी जुकाम, आंखों में भारीपन, गले के विकार, थाइराइड, प्रदूषण के प्रभाव जैसी कई बीमारियों में जलनेति बहुत प्रभावी है। ये विचार योग ध्यान व जलनेति विशेषज्ञ रामकिशोर पांडेय ने स्थानीय श्रद्धालय वृद्धाधम में व्यक्त किये। श्री पांडेय ने पहले स्वयं प्रयोग करके जलनेति क्रिया की। ततपश्चात आश्रम के वृद्धों ने की। जलनेति में एक लीटर सामान्य गर्म जल में आधा चम्मच सेंधा नमक मिलाया। विशेष आकार के जलनेति लोटे का प्रयोग करके जलनेति क्रिया की। जलनेति के चार पात्र भी आश्रम वृद्धों को भेंट किये गए। सत्कार अधिकारी जी कोर ने जलनेति को वृद्धों के लिए उपयोगी बताया। इस अवसर पर विशेषरूप से संचालन संस्था भोज शोध संस्थान के निर्देशक डॉ दीपेंद्र शर्मा उपस्थित थे। जलनेति का त्वरित प्रयोग श्रीमती कला बाई, सीता बाई, मेहताब बाई, निर्मला बाई ने किया। चारों ने प्रतिदिन जलनेति करने का निश्चय किया। इस अवसर पर शकुंतला बाई, रीना बाई, गीता बाई, सुनीता जैन, शरद निम्बालकर, किशनलाल, अनारी बाई आदि भी उपस्थित थे। यह जानकारी मीडिया प्रभारी राकी मक्कड़ ने दी। 




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