आशीष यादव, धार
एक तरफ खाद्य विभाग मिलावटखोर को पकडऩे के लिए लगातार अभियान चलाए हुए है, दूसरी तरफ मध्यप्रदेश के धार में लगातार कार्रवाई की जा रही है खाद्य विभाग की टीम ने दुकानों से मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत सैम्पल लेने की कार्रवाई की गई. टीम द्वारा मिठाई की दुकान के अलावा किराने की दुकानों के सैंपल लिए गए. खाद्य विभाग की कार्रवाई की सूचना से दुकानदारों में हड़कंप मच गया कार्रवाई शुरू करते ही देखते ही देखते क्षेत्र की अधिकांश दुकानें बंद हो गई. जानकारी के अनुसार खाद्य विभाग के फूड इंस्पेक्टर गुप्ता सहित अन्य दल ने कार्रवाई के दौरान राजोद में किराना व एक मिष्ठान भंडार पर खाद्य सामग्री के सैंपल लिए. सचिन लोगरिया ने बताया कि श्री नाथ रेस्टोरेंट राजोद जे मावा पनीर पड़े का सैम्पल लिया गया व पूजा रेस्टोरेंट से गुरुजी सेव नमकीन lkm रतलामी सेव का सैम्पल लिया गया वही दो जगह करवाई के दौरान चार सैम्पल लिए गया ।फरवरी माह में खाद्य विभाग द्वारा जिले भर में 31 सैम्पल लेकर करवाई की गई मिलावट से मुक्ति अभियान के तहत जिले में अलग अलग जगह कार्रवाई की गई इसके अलावा मौके पर सफाई-व्यवस्था के संबंध में कोई आवश्यक दिशा निर्देश नहीं दिए.। बुधवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी के नेतृत्व में टीम ने अभियान चलाकर दुकानों पर छापा मारा। फूड विभाग की कार्रवाई से दुकानों के शटर गिरने लगे। सरकार की ओर से बाजारों में खाने-पीने के सामानों में हो रही मिलावट रोकने के लिए कार्रवाई की गई है। टीम ने जिले भर में अलग अलग जगह से जांच के लिए नमूना लिए गए है।
अशुद्ध से युद्ध अभियान
शासन ने अशुद्ध से युद्ध अभियान की शुुरुआत की थी। इसके अंतर्गत खाद्य व औषधि विभाग को विभिन्न खानपान की वस्तुओं के नमूने लेकर जांच के लिए भेज ओर उनके बाद कार्रवाई की। वही जांच की रिपोर्ट में मिलावट साबित होने पर अपर कलेक्टर से लेकर अन्य न्यायालय में मामले दर्ज किए जाते है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई जाती है ऐसे में विभाग लगातार अशुद्ध वस्तुओं के लिए करवाई करता है मगर जाँच समय पर नही आने से जल्दी कार्रवाई नही कर पाता है।
अभी तक 33 सैम्पल लिए गए ।
वही खाद्य विभाग द्वारा लगातार करवाई करने के दौरान फरवरी माह में अभी तक 33 करवाया की गई जिसमें
श्री नाथ रेस्टोरेंट राजोद ,पूजा रेस्टोरेंट , चॉइस एवरफ्रेश राजगढ़
भिक्षु सेल्स राजगढ़,जय श्री श्याम, विनायक आइस्कीम आदि जगह से मावा, बर्फी पनीर से सोयाबीन तेल ,पड़े, शक्कर एवम मोहिनी बिग कप चाय, बबल गम और बटला बैसन कही अलग अलग तरह के सैम्पल लिए गए थे। ओर उनको जांच के लिए पहुँचाया गया।वही जांच रिपोर्ट आने के बाद इनपर करवाइए की जानी है ।
कांग्रेस शासन में हुई थी कड़ाई
प्रदेश की बागडोर जब कमलनाथ के हाथ में आई तो उन्होंने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया था। भाजपा सरकार ने इस अभियान का नाम बदल कर मिलावट से मुक्ति कर दिया। यह अभियान अभी चल रहा है, इस अभियान के तहत जिले में लगातार कार्रवाई हो रही है विभाग द्वारा नमूना खाद्य पदार्थ के लिए गए।
समीक्षा बैठक में मप्र की हुई सराहना जानकारी के अनुसार केन्द्रीय सलाहकार समिति की बैठक तीन माह में एक बार होती है । समिति देश भर में राज्यों के द्वारा मिलावट को रोकने के लिए किए गए कार्यो की समीक्षा करती है । इस दौरान सभी राज्य के आयुक्त खाद्य सुरक्षा उनके यहां किए गए कार्यों का प्रजेंटेशन देते हैं । गत दिनों राज्यों ने अपने यहां किए कार्यों का प्रेजेंटेशन दिया । इस दौरान प्रदेश की तरफ से संयुक्त नियंत्रक ने प्रेजेंटेशन दिया । सीएसी के सदस्यों ने मिलावट से मुक्ति अभियान की तारीफ करते हुए कहा कि मप्र अच्छा कार्य कर रहा है । उन्होंने पूछा कि योजना पर कैसे काम किया । इसके लिए क्या रणनीति बनाई गई थी । कमेटी ने कहा कि यह योजना अन्य राज्यों के लिए उदाहरण बनेगा ।
addComments
एक टिप्पणी भेजें