आशीष यादव, धार
यूपीएससी में 138 वी रेंक प्राप्त करने वाली ट्विंकल जैन आदिवासी क्षेत्र को गौरवान्वित किया। अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और सेल्फ स्टडी को देती है प्रतिदिन आठ से दस घंटे पढ़ाई करती थी। यह ट्विंकल जैन है जो धार के शांतिकुंज कॉलोनी मे रहती है इनके पिता इलेक्ट्राॅनिक शाॅप के संचालक है जैसे ही आज दोपहर को परिणाम आया वैसे ही घर मे खुशी का माहौल बन गया और परिजनों का खुशी का ठिकाना नही रहा। कड़ी मेहनत और पढ़ाई के प्रति समर्पण के कारण यह उपलब्धि मिली है। इन्होने धार के सेंट जॉर्ज से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की इन्होने सेकंड अटेम्प्ट मे यह परीक्षा पास की। धार की बेटी ट्विंकल जैन ने यूपीएससी की क्लियर कहती है जरूरी नहीं कोचिंग करें यूट्यूब ऑनलाइन क्लासेस से कोशिश कर अखबार पढ़ कुछ नोट्स पढ़ कर सफलता प्राप्त की जा सकती है ट्विंकल शुरू से ही मेधावी छात्र आ रही है उनके पिता इलेक्ट्रॉनिक्स का व्यवसाय करते हैं उनके दादा स्कूल टीचर है चुके हैं माता - पिता का योगदान महत्वपूर्ण मानती है वही उनके कोच सुधीर कोचर को वह बेस्ट गाइड मानती है उनके घर में खुशी का माहौल एक जश्न का माहौल है की बेटी ने यूपीएससी क्लियर कर लिया 138 वी रैंक प्राप्त कर ट्विंकल ने यूपीएससी को क्लियर किया है । धार आज यूपीएससी का रिजल्ट आया और धार के इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी दीपक जैन के घर में खुशियों का माहौल हो गया उनकी बेटी ट्विंकल ने UPSC परीक्षा में 138 रेंक प्राप्त कर परिवार का नाम शहर का नाम ही नही प्रदेश को गौरान्वित किया उनके परिवार में खुशी का माहौल जश्न का माहौल है ट्विंकल के दादा जी जो कि शिक्षक हैं उनकी खुशी समय नहीं समा रही वहीं माता - पिता दादी ब खुश हैं कि उनकी पोती ने यूपीएससी क्रेक कर लिया पिता बताते हैं कि बेटी को बचपन से ही कलेक्टर बनना था और उसमें कड़ी मेहनत से यूपीएससी को क्रैक किया है वही माता बताती है की बेटी मेरा अभिमान है और आज बेटी ने गर्व से सीना ऊंचा कर दिया यह मेरा भी सपना था कि वह यूपीएससी क्लियर करें और आज मेरी बेटी का जब रिजल्ट आया तो हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहा ट्विंकल की मां बताती है कि बेटी हम सब को घूमने का शौक के लेकिन वह कभी हमारे साथ नहीं गई वह सिर्फ पढ़ाई करती थी स्कूल में भी उसे हंड्रेड परसेंट अटेंडेंस मिलती थी चाहे बारिश हो या कुछ भी होगा स्कूल जाती थी वही ट्विंकल बताती हैं कि बचपन से ही व मेधावी छात्रा है उन्होंने बीकॉम ऑनर्स किया है उन्होंने कहीं कोचिंग नहीं ली ऑनलाइन यूट्यूब वह किताबों से ही तैयारी की वही अपना मार्गदर्शक सुधीर कोचर को बताती है कि उनका मार्गदर्शन में आज वह यूपीएससी क्लियर कर पाई श्रेय वह अपने माता पिता को देती है की आज उनके माता - पिता की वजह से ही वह यूपीएससी क्लियर कर पाई उन्होंने यूपीएससी दूसरी बार में क्रेक की है वह अन्य को कहती है कि जो भी पढ़ो वह मेहनत से पढ़ो पूरा समय दो सफलता अपने आप मिल जाएगी जरूरी नहीं कि आप कोचिंग जाए जरूरी है कि आप कुछ प्रमुख अखबारों को पड़े कुछ नोट्स पड़े यूट्यूब देखें और कई ऑनलाइन क्लासेस के शॉर्ट टर्म कोर्स करें सफलता अपने आप मिल जाएगी वही बताती है कि उनसे धार शहर के बारे में भी सवाल पूछा गया था कनेक्टिविटी को लेकर सवाल था जिसका जवाब उन्होंने दिया कि हवाई और रेल मार्ग नहीं होने से कनेक्टिविटी नहीं है लेकिन सड़क मार्ग से कनेक्टिविटी है अच्छी बसें चलाई जाए जिसे कनेक्टिविटी बनी रहे वही धार के भगोरिया , बाघ गुफा , एं मांडू को अट्रैक्टिव किया जाए जिससे कि पर्यटक आकर्षित हो और कनेक्टिविटी को आसान बनाया जाए।
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