आशीष यादव, धार
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक धार के महाप्रबंधक पीएस धनवाल के द्वारा बताया गया कि गत दिवस जिला सहकारी बैंक कर्मचारी संघ धार जो कि बैंक का मान्यता प्राप्त संघ न होकर पूर्णत अवैधानिक है के स्वयंभू प्रदाधिकारियों के द्वारा उनकी मनमानी जगहों पर पदस्थी करने तथा गम्भीर कदाचरण व कर्तव्य निर्वहन में गम्भीर लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के विरूद्ध कोई भी अनुशासनात्मक व निलंबन आदि की कार्यवाही नहीं करने के लिये अनुचित दबाव बनाने हेतु मुझ पर बैंक कर्मचारियों को प्रताड़ित करने के झूठे मनगढंत व बेबुनियाद आरोप लगाये गये है । मेरी नियम निष्ठ व सख्त कार्यप्रणाली के कारण ऐसे बैंक कर्मचारियों की स्वच्छ चारिता पर रोक लगने से वह पुरी तरह बौखलायें हुए है ज्ञातत्व हो कि मेरी पदस्थी के पूर्व बैंक के अधिकांश कर्मचारी शाखाओं में दोपहर 12 बजे तक उपस्थित होते थे तथा शाम 5 बजे तक शाखा छोड़ देते थे । इस पर मेरे द्वारा सख्ती से रोक लगाई जाने से तथा सभी कर्मचारियों को अपने अपने हेड क्वाटर पर रहना अनिवार्य किये जाने से वह सब नाराज है मेरी त्वरित , नियमनिष्ठ व सख्त कार्यप्रणाली के कारण ऐसे कर्मचारी जो अधिकांश समय कर्तव्य स्थल से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहते थे उन पर अब अंकुश लगा है । इस कारण जब भी बैंक में कोई कार्यवाही होती है तो उस कार्यवाही में षड़यंतपूर्वक तथा एकमत या एकजुट होकर उस कार्यवाही में मेरा नाम जोडकर एनकेन प्रकरण मुझे बदनाम करने की कोशिश करते हैं । इस बार भी शैलेष नीमा शाखा प्रबंधक , शाखा बाग को कर्तव्य से लगातार अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने व जानबुझ कर पदीय दायित्व निर्वहन नहीं करने तथा किसानों व अमानतदारों के अग्रद व्यवहार करने की शिकायत प्राप्त होने पर मेरे द्वारा निलंबित किये जाने से उन्हें 03 दिन में बहाल करने का दबाव बनाने हेतु ज्ञापन देकर मेरे विरूद्ध झूठे व मनगंढत आरोप लगाये गये है।
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