आशीष यादव, धार
नालछा थाने के टीआई रोहित कछवाया सहित एक एसआई को एसपी ने लाइन अटैच कर दिया हैं, दोनों पुलिसकर्मियों पर सटोरिए के साथ मारपीट करने का आरोप है। तथा थाने पर सटोरिए से रुपए भी लिए गए हैं, इधर इस पूरे मामले में जयस संगठन ने आदिवासी युवक के साथ हुई मारपीट को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी। तथा गुरुवार को थाने का घेराव करने की तैयारी की जा रही थी, जिसके बाद ही कल राञि में एसपी ने दोनों को थाने से हटा दिया गया। ऐसे में जयस संगठन का आंदोलन अब स्थगित हो गया है। दरअसल नालछा ब्लॉक के ग्राम सोडपुर में धर्मेंद्र पिता दरियाव उम्र 25 साल निवासी काकलपुरा सट्टे की टेबल चला रहा था। 6 जून को दोपहर के समय सूचना के बाद धार से क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंची तथा धर्मेंद्र को गिरफ्तार करते हुए नालछा थाने पर कार्रवाई के लिए छोड दिया। थाने पर ही शाम के समय सटोरिए धर्मेंद्र की पिटाई हुई। इस दौरान थाने से ही छोडने पर धर्मेंद्र से 30 हजार रुपए मांगे गए। रुपए देने के बाद राञि में 10 बजे धर्मेंद्र को छोड दिया गया। इधर धर्मेंद्र की हुई पिटाई में उसे गंभीर चोट आई, जिसके बाद गांव के लोगों ने जयस संगठन को जानकारी दी। संगठन के लोग 8 जून को धर्मेंद्र के गांव पहुंचे, जहां पर चोट के निशान देखकर युवक को धार जिला अस्पताल लेकर पहुंच, जहां पर उपचार करवाया गया। इधर युवक आदिवासी समाज से जुडा होने व समाज को लेकर की गई टिप्पणी से जयस संगठन नाराज हो गया तथा टीआई व एसआई पर कार्रवाई की मांग रखी गई।
एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने चर्चा में बताया कि पूरे प्रकरण की जांच धामनोद एसडीओपी को सौपी गई है, प्रथम दृष्टया टीआई व एसआई की गलती सामने आने पर दोनों को लाइन अटैच कर दिया है। फोटो और वीडियो सामने आए है, जांच की जा रही है।
addComments
एक टिप्पणी भेजें