आशीष यादव, धार
जिला पंचायत के नए मुखिया यानि सरदार शुक्रवार से मेड़ा हो गए हैं। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के निर्वाचन के दौरान उनके नाम अध्यक्ष पद की लॉटरी खुली है। इधर उपाध्यक्ष पद की लॉटरी भी भाजपा उम्मीदवार श्रीमती संगीता पटेल के नाम खुली। दोनों पदों पर पार्टी उम्मीदवारों की जीत के बाद भाजपा में जश्न का माहौल हो गया है। निर्वाचन स्थल से लेकर भाजपा कार्यालय तक करीब डेढ़ किलोमीटर तक भाजपाइयों ने ढोल-ताशों के साथ जुलूस निकालकर सड़कों पर आतिशबाजी की है। उल्लेखनीय है कि जिले में बीते तीन दिन भाजपा के लिए खुशियों भरे दिन साबित हुए है। जनपद चुनावों में 13 में से 10 जनपदों पर भाजपा समर्थित चुनाव जीते है। वहीं शुक्रवार को जिला पंचायत में भी अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद भाजपा के खाते में गए है।
बहुमत नहीं जुटा पाए दोनों दल
अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद पर उम्मीदवारों को बहुमत से जीत हासिल नहीं हुई है। भाजपा और कांग्रेस दोनों दल बहुमत का आंकड़ा जुटाने में सफल नहीं हो पाए। इसके बावजूद दोनों दलों ने बहुमत के साथ जीत के दावे किए थे। यह दावे शुक्रवार को विफल हो गए। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान की प्रक्रिया में दोनों दलों को समान रूप से 14-14 वोट हासिल हुए है। इस तरह की स्थिति आने के बाद ‘डब्बे में नामों की पर्ची’ डाली गई। नन्हीं बालिकाओं के हाथों पर्चियां निकाली गई। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए सरदारसिंह मेड़ा का नाम खुला है। इधर उपाध्यक्ष के निर्वाचन के दौरान भी समान मत होने पर पर्ची सिस्टम से नाम निकाला गया। इसमें भी भाजपा की श्रीमती संगीता हेमसिंह पटेल की किस्मत खुली है।
1 जीत से दूसरे परिणाम तक बजे ढोल
शुक्रवार को शांतिपूर्ण तरीके से जिला निर्वाचन अधिकारी व पीठासीन अधिकारी डॉ पंकज जैन के माध्यम से जिपं अध्यक्ष-उपाध्यक्ष निर्वाचन की प्रक्रिया की गई। सुबह सबसे पहले भाजपा हूई के सदस्यों ने निर्वाचन स्थल पर कदम बढ़ाए थे। इसके बाद कांग्रेस के प्रत्याशी पहुंचे थे। अध्यक्ष पद की लॉटरी भाजपा की खुलने की सूचना के बाद बेरिकेट्स के बाहर मौजूद भाजपाईयों ने जय श्रीराम के नारे लगाना शुरु कर दिए। इधर कुछ कांग्रेसियों ने प्रशासन तेरी तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारे लगाए है। हालांकि लॉटरी के माध्यम से किस्मत खुलने की जानकारी के बाद कांग्रेसी पीछे हो गए और भाजपाईयों ने फ्रंट संभाल लिया। ढोल-ताशे बुलवाए गए और जश्न का माहौल शुरु हो गया। उपाध्यक्ष पद के परिणाम घोषित होने तक करीब आधे-पौन घंटे तक निर्वाचन स्थल के बाहर भाजपा हुजूम के रूप में डटे रहे।
अध्यक्ष को लाद दिया फूलों से
निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण होने के पश्चात पीठासीन अधिकारी डॉ जैन ने किस्मत के धनी उम्मीदवारों को विजेता होने के प्रमाण पत्र दिए। इसके बाद अध्यक्ष बने सरदार मेड़ा और उपाध्यक्ष सहित सदस्य जैसे ही प्रांगण से बाहर निकले कार्यकर्ताओं ने उन्हें फूलों से लाद दिया। करीब आधे घंटे तक स्वागत और बधाई का दौर चलता रहा। इधर कलेक्टर परिसर से लेकर भाजपा कार्यालय तक जुलूस के रूप में कार्यकर्ता भाजपा जिंदाबाद के नारे लगाते हुए निकले।
इनका कहना है
सरकार की जनहितैषी नीतियों की जीत
केन्द्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी जनहितैषी ग्रामीण नीतियों और कार्यकर्ताओं की एकजुटता से हमें जीत हासिल हुई है। भाजपा के सभी निर्वाचित सदस्य जन अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे और क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देंगे। सभी विजेताओं को बधाई।
-राजीव यादव, जिलाध्यक्ष भाजपा धार
एकजुट होकर मैदान में उतरे हम
जिले में कांग्रेस के सभी विधायकों-नेताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों के कांग्रेस सदस्यों को जीताने के लिए काम किया है। अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव कांग्रेस हारी नहीं है। भाजपा को किस्मत से जीत मिली है। हमारे लिए सुखद यह है कि कांगे्रस जिले में एकजुट हो गई है। पार्टी के सभी सदस्य एकजुट रहे। हमें पूरे 14 मत हासिल हुए है। कांग्रेस सदस्य जिन क्षेत्रों से निर्वाचित हुए है वे अपने क्षेत्रों में विकास कार्यों को गति देंगे।
-बालमुकुंदसिंह गौतम, जिला कांगे्रस अध्यक्ष धार
बॉक्स-1
शुक्रवार को जिला पंचायत में भाजपा की जीत के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव यादव को राहत मिल गई है। दरअसल जिलाध्यक्ष पद पर काबिज होने के बाद से श्री यादव की छवि को खराब करने की लगातार कोशिशें हो रही थी। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भी उन पर मनमानी सहित कई तरह के आरोप लगाकर परिणाम प्रभावित होने का ठिकरा फोड़ने की तैयारी की गई थी। तमाम आरोप के मध्य जिलाध्यक्ष श्री यादव ने सभी चुनावों में बेहतर परिणाम भाजपा के खाते में दर्ज करवाकर अपने विरोधियों को प्रदर्शन आधारित जवाब दिया है। जिले की साढ़े 500 के लगभग पंचायतों में भाजपा समर्थित सरपंच बने है। वहीं 10 जनपदों सहित दो नगर निकायों बदनावर और मांडू में भाजपा विजयी हुई है। चूंकि पराजय का ठिकरा यदि अध्यक्ष के माथे है तो जीत का सेहरा भी उन्हीं का माना जाएगा। यही कारण रहा कि शुक्रवार को जैसे ही परिणामों की घोषणा हुई कार्यकर्ताओं ने युवा जिलाध्यक्ष को अपने कांधों पर उठा लिया और भाजपा जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए। जिलाध्यक्ष का कार्यकाल समाप्ति की और है और परिणामों ने उनके बेहतर नेतृत्व पर मोहर लगाई है।
बॉक्स-2
जिला पंचायत चुनाव में भाजपा के मंत्री राजवर्द्धनसिंह दत्तीगांव की साख भी दाव पर लगी हुई थी। मंत्री होने के नाते जिला पंचायत पर भाजपाई परचम लहराना महत्वपूर्ण हो गया था। निर्दलीय कपिल सोलंकी को भाजपा के पक्ष में लाकर पहली सफलता मिल गई थी। इधर लॉटरी से निकले अध्यक्ष-उपाध्यक्ष ने मंत्री की साख को कायम रखा है। वहीं बदनावर नगर पंचायत अध्यक्ष और बहुमत से पार्षदों के निर्वाचित होने सहित जनपद में भी भाजपा को जीताकर जिले से मंत्री पद की उपस्थिति सार्थक हो गई है।
बॉक्स-3
चुनाव परिणाम के बाद एआईसीसी सचिव व गंधवानी विधायक उमंग सिंघार ने कहा कि जिला पंचायत मत से नहीं हारे है। सभी कांग्रेस के छोट से छोटे कार्यकर्ता की भावनाओं को ध्यान में रखकर पूरी ताकत से पूरे जिले की कांग्रेस को एकजुट कर यह चुनाव लड़ा गया। कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्यों ने भी पूरी ताकत के साथ एक मत होकर कांगे्रेस उम्मीदवारों को मतदान किया। अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को 14-14 बराबर मत मिले व गोटी डलने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी पराजित हुआ। इस पूरे चुनाव में संपूर्ण जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता व नेता एकजुट नजर आए।
बॉक्स-4
गंधवानी विधानसभा से दो मर्तबा चुनाव हार चुके सरदार मेड़ा की किस्मत जिला पंचायत में वार्ड सदस्य का अधिकृत उम्मीदवार घोषित करने से ही खुल गई थी। इसके बाद भाजपा ने अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाकर किस्मत का धनी होने की मोहर लगा दी। शेष कार्रवाई लॉटरी से पूर्ण हो गई। सरदार मेड़ा को भाजपा से बार-बार अवसर इसीलिए मिल रहा है कि सरदार भाजपा ताने-बाने के अनुसार रचे बसे ईमानदार आदिवासी नेता है।
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