आशीष यादव, धार
गर्भवती महिलाओं का चिन्हांकन कर उनका एएनसी रजिस्ट्रेशन करवाना सुनिश्चित करें। बीएमओं इस कार्य को बीपीएम तथा बीसीएम के माध्यम से करवाए। इसके साथ ही जो सीएचओ अपने कार्य में रूचि नहीं ले रहे उनके विरूद्ध कार्यवाही की जाए। प्राइवेट अस्पतालों से भी एनएनसी का डाटा लिया जाए ,जो अस्पताल अपना डाटा नहीं देता है तो उन पर कार्यवाही करें। यह निर्देश कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने गुरूवार को कलेक्टेªट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दिए।उनके द्वारा सरदारपुर ,तिरला ,नालछा ,बाग द्वारा प्रथम त्रैमास में पंजीयन की स्थिति निराशा जनक होने पर नाराजगी जाहिर की गई। सभी बीसीएम ,बीपीएम को एक माह में डेटा सुधारने के निर्देश दिए गए । साथ ही निर्देश दिए कि कार्ये नहीं करने वाली एएनएम, एमपीडब्ल्यू पर कार्यवाही करें।
उन्होंने गर्भवती जांचों में चतुर्थ जांच में जिले की प्रगति कम होने पर गहन नाराजगी व्यक्त की और एक माह में 10 से 20 प्रतिशत सभी विकासखण्ड में बढ़ाये जाने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि सभी अनुभाग में एएनएम, सीएचओ , एमपीडब्ल्यू की नियमित बैठक लेकर प्रगति लाए।
उन्होंने कहा कि जिन विकासखण्ड में एमपीडब्ल्यू को दुसरा चार्जे दिया हुआ है उनको तत्काल खाली उपस्वास्थ्य केंद्रों की जवाबदेही दी जाए । किसी भी विकासखण्ड में उपस्वास्थ्य खाली पाया जाता है तो इसकी संबंधित बीएमओ की जवाबदेही होगी। कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि प्रसव उपरांत डेलीवरी उपडेशन की स्थिति बहुत ही निराशाजनक स्थिति में है साथ ही फैसिलिटी मॉड्यूल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर पदस्थ ऑपरेटरों द्वारा अनमोल पोर्टल में एंट्री नहीं की जा रही है ऐसे निष्क्रिय डेटा एंटी ऑपरेटर को तत्काल हटा कर नवीन ऑपरेटर का चयन किया जाए। परिवार कल्याण अंतर्गत हर माह समीक्षा की जाए। जिसमें सभी एएनएम ,आशा, एमपीडब्ल्यू को पृथक से जवाबदेही देकर लक्ष्य की उपलब्धि नहीं पर कार्यवाही करें।
उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी बैठक के पहले गर्भवती पंजीयन, तीसरी एव चतुर्थ जांच ,संस्थाओं में साफ सफाई ,निजी चिकित्सालय से शत प्रतिशत रिपोर्टिंग ,मातृ म्रत्यु रिपोर्टिंग में प्रगति लाए। सभी अनुभाग में एनिमिया को आईडेन्टीफाई किया जाए। जिन बडे क्षेत्र में सीजर ऑपरेशन नहीं हो रहे है वहॉ की लगातार मॉनीटरिंग करें। स्वास्थ्य केंद्र कानवन में डिलेवरी का कार्य करवाने के लिए कार्यवाही की जाए। होम डिलेवरी न हो और संस्थागत प्रसव के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी बीएमओ को निर्देश दिए है कि सभी आरोग्यम केंद्र में सभी आवश्यक सुविधाए सुनिश्चित कर 15 दिवस में शिफ्ट होने का प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। साथ ही यह भी देख वहॉ सभी मूलभूत सुविधाए चालू रहें। जो उपस्वास्थ्य केंद्र बन गए है उनको शीघ्र प्रारंभ किया जाए स्वास्थ्य संस्थाओं में साफ सफाई और भंगार आदि को हटाए जाए भृमण के दौरान साफ सफाई नहीं पाई जाती तो कार्यवाही की जाएगी।बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के एल मीणा सहित सीएमएचओ ,बीएमओ, मौजूद रहे।
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