राजेश शर्मा, सिमरोल
सिमरोल सोसाइटी में हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ 23 अगस्त को किसानों द्वारा सिमरोल सोसाइटी प्रांगण में विशाल अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। यहां भारतीय किसान संघ ने सोसाइटी में हुए भ्रष्टाचार की जांच की मांग की है। किसान संघ यहां की विभागीय जांच में भी हेरा फेरी करने का आरोप लगाया है। किसानों का कहना है कि विभागीय जांच में किसानों पर पूरा दोष धोपने का प्रयास किया जा रहा है। विभाग के ऊपरी अधिकारी द्वारा भी भ्रष्टाचार जांच में किया जा रहा है विभाग द्वारा 2 वर्ष से विभागीय जांच की जा रही है जिसका परिणाम शून्य है इसमें सिर्फ इक्का-दुक्का लोगों को ही आरोपी बनाया गया है जबकि घोटाला करोड़ों रुपया का है इसमें संस्था के सभी अधिकारी सम्मिलित हैं । सोसायटी के पदाधिकारियों ने किसानों को गुमराह करते हुए फसल बीमा और कर्ज माफी के लाभ दिलाने का बताकर घर-घर जाकर पीड़ित किसानों से कोरे कागज पर कोरे वाउचर पर तथा कोरे चेक पर हस्ताक्षर व अंगूठा लगवा लिया तथा भोले-भाले किसानों को ठगा है किसानों द्वारा यह पूरा मामला बताया जा रहा है विभाग के लोगों को बचाया जा रहा है। किसान संघ ने सारे घोटाले की गैर विभागीय जांच करने की मांग की है साथ ही किसानों के खातों की प्रदत्त जांच करने एवं खाताधारी के खाते की जांच करने की भी मांग की है जांच एक माह में पूर्ण करके घोटाले के जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई करने एवं घोटाले की राशि आरोपियों के खातों से इनकी संपत्ति कुर्क करके वसूलने की मांग की है । भारतीय किसान संघ विभाग के इस गैर जिम्मेदाराना रवैए का घोर विरोध करता है। किसान संघ ने विभाग की जांच में अविश्वास व्यक्त करते हुए पूरे घोटाले की गैर विभागीय जांच की में पूर्ण करने के साथ ही किसानों को खाद बिक्री व्यवस्था देने की मांग की है ताकि किसानों की फसल खराब ना हो। जब तक प्रशासन निष्पक्ष जांच कारके दोषियों पर कार्रवाई नही करेगा तब तक किसान संघ धरने पर रहेगा।
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