आशीष यादव, धार
एशिया कप के दौरान रविवार को हुए भारत-पाकिस्तान के हाईवोल्टेज मुकाबले पर धार जिले के कानवन में क्रिकेट का सट्टा लगवाया जा रहा था। ऑनलाइन क्रिकेट सट्टा संचालित करने के लिए सटोरियों ने कानवन में किराया का मकान ले रखा था। इस मकान से मोबाइल और इंटरनेट के जरीए हार-जीत पर रुपए लगवाए जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर एसपी आदित्य प्रताप सिंह द्वारा गठित टीम ने आकस्मिक कार्रवाई करते हुए सटोरियों को पकड़ा। टीम ने मौके से 10 मोबाइल, लैपटॉप, टीवी व 11460 रुपए नकदी बरामद की है। साथ ही चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
एसपी आदित्य प्रताप सिंह ने क्रिकेट सट्टा संचालित होने की सूचना पर डीएसपी नीलेश्वरी डावर व साइबर क्राइम ब्रांच त्रिलोकसिंह बैस की टीम को कार्रवाई के लिए लगाया। टीम ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए रविवार रात भारत-पाक मैच पर चल रहे सट्टे के कारोबार पर बड़ी रेड मारी और तीन सट्टोरियों को मौके से गिरफ्तार किया है। साथ ही नकदी और उपकरण भी जब्त किए है। पकड़ाए आरोपियों में सौरभ पिता प्रदीप रायली निवासी राजगढ़, अयोध्यादास पिता ओमप्रकाश बैरागी निवासी राजगढ़ व विवेक पिता मनोहर निवासी मांगोद को पकड़ा। इनके द्वारा अवैध तरीके से क्रिकेट का सट्टा संचालित किया जा रहा था। टीम ने मौके से 6 एंड्रायड मोबाइल, 4 कीपेड मोबाइल, 1 लैपटॉप, 1 टीवी सहित नकदी 11 हजार 460 रुपए बरामद किए है। कार्रवाई कर आरोपियों को कानवन पुलिस के सुपुर्द किया है। कानवन पुलिस ने शासन तर्फे सट्टा एक्ट में केस दर्ज किया है।
भाजयुमो नेता के रिश्तेदार का मकान
इस क्रिकेट के काले कारोबार में राजगढ़ के प्रदीप रायली का बेटा सौरभ इस कारोबार को संचालित करता पाया गया है। प्रदीप रायली राजगढ़ में अवैध सट्टे का बड़ा व्यापारी है। जिस पर पूर्व में भी सट्टेबाजी के प्रकरण दर्ज हो चुके है। कानवन थाने के शेरगढ़ रोड बिड़वाल में किराए के मकान यह क्रिकेट सट्टा संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने जिस मकान मालिक अंतिम पिता रतनलाल निवासी जलोदखेता के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर आरोपी बनाया है। वह अंतिम धार जिले के बड़े भाजयुमो नेता का मामा है। सूत्रों के अनुसार अंतिम की भी भूमिका क्रिकेट सट्टे में है। इसी कारण अंतिम के मकान में रायली गैंग द्वारा क्रिकेट का सट्टा संचालित किया जा रहा था।
आरोपियों को गिरफ्तार करने में सायबर क्राईम ब्रांच धार प्रभारी त्रिलोक सिंह बैस, सउनि भेरूसिंह देवड़ा, प्रआर. राजेश, आर. बलराम, आर. सर्वेशसिंह, आर. प्रशांत, संग्राम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। आरोपियों से जप्त मोबाईल की जांच सायबर सेल टीम द्वारा कर जा रही है, जिससे और भी कई सटोरियों के नाम मिलने की पूर्ण संभावना है।
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