यशवंत जैन, दाहोद
। दाऊदी बोहरा समाज के वरिष्ठ पंडित मुस्तफा भाई आसिफ ने जानकारी देते हुए बताया कि दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु परम पावन सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब ने बुधवार के रोज दाहोद गुजरात में पैगंबर मोहम्मद रसुल्लाह के नवासे इमाम हसन की बरसी (शहादत) के अवसर पर बोहरा समुदाय के बीस हजार (20000) से अधिक सदस्यों को संबोधित किया । दाहोद की नजमी मस्जिद में आयोजित अपने उपदेश में सैयदना साहब ने दाहोद के नाम और विशेषताओं व शहर की सांस्कृतिक विरासत की दुधिमती नदी के तट पर उनके स्थान के बारे में बताया । उन्होंने सच्चाई, ईमानदारी और नैतिक मूल्यों के महत्व पर जोड़ दिया जो एक समृद्ध शहर की नीव बनाते हैं । उपदेश के दौरान सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन साहब ने स्मार्ट सिटी दाहोद के प्रमुख घटोत को भी गिनाया और दाहोद को एक मॉडल स्मार्ट सिटी में बदलने की दिशा में सरकारी निकायों और स्थानीय अधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों के लिए अपनी सरहाना व्यक्त की ।
सैयदना साहब सोमवार 11 सितंबर को लुनावाडा से दाहोद पहुंचे अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने दाहोद में हुसामी मस्जिद और हुसेनी मस्जिद का व ईमादी मस्जिद का उद्घाटन भी किया व समुदाय के सदस्यों से भी मिले और उनके घरों पर जाकर उनका हाल-चाल पूछ रहे है । दाहोद में दाऊजी बोहरा समुदाय का इतिहास कहानी सदियों पुराना है । 18000 से अधिक दाऊदी बोहरा सदस्य दाहोद के विभिन्न इलाकों में रहते हैं और सामाजिक आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं व्यापार और वाणिज्य कर उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और कहीं लोग कृषि उपकरण, अनाज, कपड़ा एवं हार्डवेयर के व्यापारो में लगे हुए हैं ।
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