महू। मंगलवार को महू स्थित अंबेडकर विश्वविद्यालय पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) का जबरदस्त प्रदर्शन हुआ और जब सिक्योरिटी के लोगों ने उन्हें अंदर जाने से मना किया तो कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के मेन गेट पर ही ताला जड़ दिया और जो अंदर था अंदर ही रह गया, जो बाहर था बाहर ही रह गया।
एबीवीपी द्वारा किए गए इस प्रदर्शन के पीछे का कारण उनके नेता शुभम चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी सुपरवाइजर हुकुम सिंह ने एबीवीपी के कार्यकर्ताओं के साथ बदतमीजी की थी जिसके कारण उन्हें यह प्रदर्शन करना पड़ा। चौधरी ने बताया कि वे तो सीधे-सीधे कुलपति को ज्ञापन देने आए थे पर हुकुम सिंह के कहने पर उन्हें अंदर नहीं आने दिया गया जिस कारण से प्रदर्शन इतना लंबा चल गया।
इस मामले में यह भी देखने में आया कि लगभग ढाई घंटे तक पूरा विश्वविद्यालय सकते में रहा पर न तो कुलपति डॉ रामदास आत्रम, न ही रजिस्ट्रार आरके बघेल प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने पहुंचे। जब बडगोंदा पुलिस के अधिकारियों ने बार-बार विश्वविद्यालय प्रशासन को प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने के लिए कहा तब उन्हें अंदर बुलाया गया और उनसे ज्ञापन लिया गया।
ज्ञापन लेने के बाद कुलपति ने हुकुम सिंह को छात्रों से माफी मांगने के लिए कहा तो उन्होंने साफ मना कर दिया। स्थिति नाजुक होती देख कुलपति ने छात्रों से हाथ जोड़कर माफी मांगी। इस बात की चर्चा विश्वविद्यालय में रही कि कुलपति की अपने स्टाफ पर बिलकुल भी नियंत्रण नहीं है और उनका स्टाफ उनकी बात नहीं सुनता है जिस कारण से विश्वविद्यालय में एक के बाद एक ढेर सारी समस्याएं खड़ी हो गई हैं।
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