इंदौर। पिछले कुछ दशकों में देखा गया है कि भूमंडलीकरण की वजह से उन देशों में भी परिवार टूट रहे हैं, जहां अकेले रहने की संस्कृती नहीं है और सामूहिक पारिवारिक जीवन को वरीयता दी जाती है! भारत की ही बात करें तो बड़ी संख्या में लोग रोज़गार की तलाश में गांवों से शहरों में या विदेशों में पलायन कर रहे हैं, जिसकी वजह से ना चाहते हुए भी परिवार के सदस्यों में दूरी बन रही है और रिश्तों में औपचारिकता बढ़ी है! यही हालात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हैं और आज समाज विज्ञान के रिसर्च का विषय बन गए हैं! दुनियाभर में टूटते परिवारों के कारणों की खोज और उसके प्रभावों पर शोध किया जा रहा है साथ ही चिंता व्यक्त की जा रही है! बुजुर्ग और बच्चे परिवार में बिखराव से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं! एकल परिवार से समाज में अपराध, नशाखोरी और अवसाद की घटनाएं बढ़ी है! इन चुनौतियों का सामना करने और समस्या का समाधान का हल ढूंढने की दिशा में परिवार प्रबोधन व्याख्यान का आयोजन शहर में २९ नवंबर शुक्रवार को शाम साढ़े छ: बजे हो रहा है! राजेंद्र नगर के समीप पश्चिम रिंग रोड नर्मदा चौराहा स्थित लता मंगेशकर सभागृह में होने वाले इस कार्यक्रम में पूर्व आईएएस, लेखक, विचारक और सोशल ट्रेनर अवनीश भटनागर सामुहिक परिवार की आवश्यकता और चुनौतियों पर व्याख्यान देंगे! श्री अवनीश जी लंबे समय से पेरेंटिग और पारिवारिक मूल्यों के महत्व पर जनजागरण का काम संस्था विद्या भारती के मंच से कर रहे हैं!
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