यशवंत जैन, चन्द्रशेखर आज़ाद नगर
देवली बालक छात्रावास में बच्चों में मोबाईल को लेकर आपस की लड़ाई में छात्रावास में खिड़की की जाली तोड़कर, शराब पीकर छात्र के साथ मारपीट का मामला
छात्र ने गुजरात के धानपुर थाना क्षेत्र में मामा के घर जाकर लगाई फांसी इलाज में दौरान मौत ।
परिजनों ने हॉस्टल का किया घेराव ।
छात्रावास अधीक्षक ने छात्र के साथ मारपीट की घटना वरिष्ठ अधिकारियों को नही दी सूचना लापरवाही पर छात्रावास अधीक्षक तत्काल निलंबित किया
अलिराजपुर जिले के चन्द्रशेखरआजाद नगर (भाबरा) से दस किलोमीटर दूर ग्राम देवली के बालक छात्रावास में छात्रावास के बच्चों में मोबाईल को लेकर आपस में मारपीट हुई है जिसमें बाद छात्र धरम पिता दिलीप निवासी ग्राम बरझर माली फलिया कक्षा 9 वी के छात्र को शराब पीकर छात्रावास की खिड़की की जाली को तोड़कर अंदर घुस कर कई छात्रों ने मिलकर जमकर मारपीट की। मारपीट के दौरान छात्रावास में उपस्तिथ साथी बच्चों ने शोर मचाया तब जाकर आसपास के लोगों के साथ उसकी बुआ ने आकर धरम को उन बच्चों से छुड़ाया ओर बीच बचाव किया इस दौरान छात्रावास अधीक्षक लालसिह चौहान भी छात्रावास में उपस्तिथ नही थे।घटना के बाद धरम अपने मामा के गांव चला गया और आज उसने अपने मामा के गांव में फांसी लगा ली। इलाज हेतु गांगेड़ी से दाहोद गुजरात उसके रिश्तेदार ले कर गए थे जिसके बाद उसकी मौत हो गई ।गुजरात के धानपुर थाने में पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पोस्टमार्टम धानपुर गुजरात में करवाकर धरम के शव को परिजनों को सौंप दिया ।लेकिन गुस्साए रिश्तेदारों ने ग्राम देवली स्थित हॉस्टल का घेराव कर दिया ।
घटना की सूचना मिलते ही चन्द्रशेखर आज़ाद नगर तहसीदार जितेंद्र तोमर और थाना प्रभारी अपने जवानों के साथ देवली हॉस्टल पहुंचे और उसके परिजनों से बात की ओर उनको मनाया।ओर उनको साथ लेकर बरझर थाने पर ले गए है जहां परिवार और रिश्तेदारों के मांग करने पर मारपीट करने वाले दस छात्रों के ऊपर रिपोर्ट दर्ज करने की बात पर सहमति बन गई है।
लेकिन जब धरना स्थल पर संवाददाता पहुंचे तो मीडिया ओर प्रशासन को परिवार और रिश्तेदारों ने धरम जिस कमरे में रहकर हॉस्टल में पढ़ाई करता था उसकी खिड़की को तोड़कर उन दस छात्रों ने उसके साथ कमरे के अंदर का नुकुचा बंद कर उसके साथ जानलेवा पिटाई की उन दस छात्रों ने धरम के साथ पिटाई करने से पहले काफी शराब भी जिसके जिंदा सबूत उस खिड़की के पास शराब की बोतल और गिलास भी ताजा हालत में मिले है कुछ बोतलों को चौकीदार ने जला भी दिया है जिससे अवशेष आज भी हॉस्टल कैंपस में मौजूद है ।।शिक्षा विभाग के इस हॉस्टल के अधीक्षक हमेशा हॉस्टल में शराब पीकर ही आते है और रात्रि विश्राम वही अपनी पत्नी के साथ उनके निज निवास पर ही करते है ।।वह हॉस्टल में रात्रि विश्राम ही नहीं करते जिसके कारण हॉस्टल चौकीदार ही पूरे हॉस्टल की जवाबदारी निभाता था जिसके कारण कई छात्र शराब और सिगरेट पीकर हॉस्टलों में मौज करते थे ।हॉस्टल की हालत देखकर यह लगता है कि शिक्षा विभाग के अधिकारी ओर कर्मचारी भी इस हॉस्टल पर कभी जाते ही नहीं थे आज घटना के बाद ही मौके पर पहुंचे थे । जिससे छात्रावास अधीक्षक ओर चौकीदार अपनी मनमानी छात्रावास में करते थे । जिले के सहायक आयुक्त संजय परवाल को तो इस घटना की सूचना ही नहीं है उनको मीडिया ने फोन किया तो उनका कहना है कि मुझे इस घटना की कोई जानकारी ही नहीं है ।जानकारी लेकर आपको देता हु ।।जिस लापरवाही के कारण यह घटना हुई ओर उसके बाद छात्र धरम की मौत हुई उसने शिक्षा विभाग के छात्रावास होस्टल अधीक्षक ओर चौकीदार ओर अधिकारी कर्मचारियों की घोर लापरवाही दिखाई दी इस घटना के जो भी जवाबदार अधिकारी है उनको निलंबित कर उनकी इस घटना की जांच करना चाहिए । खबर लिखे जाने तक परिवार के लोग मारपीट करने वाले छात्रों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज करने की मांग करते रहे जिसको मानते हुवे परिवार के साथ परिजन बरझर चौकी पर गए है ताकि मारपीट करने वाले छात्रों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मृतक धरम का अंतिम संस्कार भी कर सके ।
इनका कहना है-
मामले को लेकर चन्द्रशेखर आज़ाद नगर तहसीलदार जितेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि छात्र धरम पिता दिलीप के साथ देवली छात्रावास में छात्रों द्वारा मारपीट की घटना 28 जनवरी की है । घटना के बाद छात्र धरम अपने मामा के घर चला गया था। गुजरात मे जहां उसने मामा के यहाफ़ांसी खाली । उक्त घटना कि जानकारी गुजरात पुलिस एवं परिजनों से प्राप्त हुई। पूरे घटनाक्रम में छात्रावास अधीक्षक द्वारा किसी भी वरिष्ठ अधिकारी को घटना से अवगत नही करवाया गया ये सबसे बड़ी लापरवाही है । मारपीट के दौरान छात्रों ने छात्रावास की खिड़की की जाली को तोड़कर कमरे में शराब पीकर मारपीट की जिसके प्रमाण भी पाए गए साथ ही छात्रावास में मोबाईल प्रतिबंधित होने के बाद मोबाईल कैसे पहुचा ये भी जांच का विषय है। फिलहाल छात्रावास अध्य्क्ष लालसिह चौहान को निलंबित कर दिया गया है।
राजेंद्र बैरागी ,, बीआरसी भाभरा ,से संवाददाता की जब मोबाइल से चर्चा हुई तो उनका कहना है कि छात्रों में आपस में पिटाई जरूर हुई है लेकिन छात्र छुट्टी लेकर हॉस्टल से चला गया है जिसके बाद उसने उसके मामा के यहां जाकर उसने फांसी लगा ली जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई है ।
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