महू की जनता ने पत्रकारों के श्रमदान की जमकर की प्रशंसा
महू। शनिवार सुबह महू - किशनगंज आरओबी पर महू प्रेस क्लब से जुड़े तमाम पत्रकार एकमत होकर पहुंचे और आरओबी के जानलेवा गड्ढो को भरने का कार्य मिश्रीत डामर मटेरियल से शुरू किया। इस दौरान जिसने भी पत्रकारों को गड्ढे भरते देखा अचरज में पड़ गया। ...आखिर पत्रकार मजदूरों की तरह गड्ढे क्यों भर रहे हैं। हालांकि समझने वाले तमाम वाहन चालको ने क्षणभर में पत्रकारों के श्रमदाम को भाप लिया और महू प्रेस क्लब के पत्रकारों की सजगता और अनुकरणीय पहल की जमकर तारीफ की।
दरअसल महू के किशनगंज आरओबी के अधिकांश ज्वाईंटो पर बड़े बड़े गड्ढे़ हो चुके थे। आए दिन इन्हीं गड्ढो की वजह से आरओबी पर हादसो के साथ ही ट्रैफिक जाम की स्थिति बन रही थी। प्रतिदिन इस आरओबी से गुजरने वाले लाखों लोग इन जानलेवा गड्ढो के भरने का इंतेजार भी कर रहे थे। मामले में महू के कई पत्रकारों ने जिम्मेदारों पर सवाल दागते हुए खबरों का प्रकाशन भी किया। लेकिन आरओबी के मामले में सेतु विभाग, पीडब्ल्यूडी और महू कैंट बोर्ड एक दुसरे को विभाग को जिम्मेदार ठहराते रहे। ऐसे में आरओबी को लावारिस मान कर इस पर पिछले 6 माह पूर्व से जन्मे जानलेवा गड्ढों को भरने का निर्णय महू प्रेस के वरिष्ठों द्वारा लिया गया। लिहाजा शनिवार सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक पत्रकारों ने श्रमदान कर तमाम गड्ढों को भरने का अनुकरणीय और प्रेरणादायी कार्य किया। इस दौरान मार्ग से निकलने वाले तमाम वाहन चालको ने भी कुछ समय वाहनों के पहियों को रोककर पत्रकारों के श्रमदान में सहयोग प्रदान किया।
बधाई देकर की इतिश्री
पत्रकारों के श्रमदान के दौरान स्थानीय विधायक उषा ठाकुर भी आरओबी से गुजरी लेकिन उन्होंने भी पत्रकारों के इस कार्य को मात्र बधाई देकर इतिश्री कर ली। यहीं नहीं यहां से निकलने वाले वाहन चालकों का भी यही कहना था कि इस ब्रिज का सबसे अधिक उपयोग उपनगरी बस चालक करते हैं उनके पदाधिकारी हर बस से एजेंटी के रूप में मोटी रकम वसूलते हैं लेकिन उन्होंने भी इस ब्रिज की मरम्मत करना उचित नहीं समझा। इसके अलावा पास ही में एक अन्य ब्रिज भी बन रहा है अगर विधायक चाहती तो उक्त ब्रिज बनाने वाली कंपनी के कर्मचारियों से कहकर इस ब्रिज की मरम्मत करवा सकती थी लेकिन उन्होंने भी ऐसा करना जरूरी नहीं समझा था।
श्रमदान में शामिल हुए पत्रकार
शनिवार सुबह जनहित में श्रमदान करने के लिए महू प्रेस क्बल के सरंक्षक डॉ राजेश जौहरी, अध्यक्ष राधे कौशल, परामर्शदाता पत्रकार अरूण सोलंकी, गब्बू जैन, महासचिव अंकित राठौड़, उपाध्यक्ष विनय स्वामी, सचिव अंजीत मोनु बाथम, प्रणय जैन, अश्विन गौस्वामी, गौरीशंकर सैनी, विजय प्रजापति, राजेश शर्मा, अनुज माहेश्वरी, राजकुमार सैनी, दिनेश राठौर, जमशेद राइन, सुनिल काले, श्याम खांडेराव सहित संगठन से जुड़े कई युवा एवं परिष्ठ शामिल हुए।
चित्र - आरओबी के गड्ढों को भरते पत्रकारगण।
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